Babaji ki Sakhi Radha Soami Ji। भाग्य का खेल
Radha soami Babaji Ki Sakhi Dera Beas 🌷🙏राधा स्वामी जी 🌷🙏 भा ग्य का खेल पुराने समय की बात है चमनलाल नाम का एक इंसान बहुत ही नेकी ओर ईमानदारी के साथ व प्रभु के चरणों मे प्रीति रखते हुए सारा दिन धूप में इधर-उधर घूम-फिर कर टूटा-फूटा सामान और कबाड़ जमा करता.. फिर शाम को उसे बड़े कबाड़ी की दुकान पर बेचकर पेट भरने लायक कमा लेता था। एक दिन वह एक घर से पुराना सामान खरीद रहा था। घर के मालिक ने उसे एक पुराना पानदान भी दिया, जो उसने मोल-भाव करके एक रुपये में खरीद लिया। कुछ आगे बढ़ने पर एक और घर ने उसे कुछ कबाड़ बेचा, लेकिन घर के मालिक को वह पानदान पसंद आ गया और उसने पांच रुपये में उसे खरीद लिया। लेकिन जब काफी कोशिश के बाद भी वह पानदान उससे नहीं खुला तो अगले दिन उसने उसे चमनलाल को वापस करके अपने पांच रुपये ले लिए। शाम को बड़े कबाड़ी ने भी वह पानदान न खुलने के कारण उससे नहीं खरीदा। ◆●◆●◆●◆ ये भी पढ़ें - अटल कानून ◆●◆●◆●◆ अगले दिन रविवार था। रविवार को बाजार के चौंक पर चमनलाल पुराना सामान बेचता था। वहां उससे कोई ग्राहक पांच रुपये देकर वह पानदान ले गया...